मुक्त संस्कृत कक्ष्या की बढ़ रही जन जन तक पहुँच रही है संस्कृत

कानपुर । लॉकडाउन के गहन अन्धकार में भी लोगों की ज्ञान साधना बढ़ती जा रही है । महामारी कोरोना से लड रहे विश्व में जहां एक ओर लोग घरों में ही रहने को मजबूर हैं वहीं लोगों के मध्य देव भाषा संस्कृत के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है संस्कृतभाषा के प्रचार प्रसार को समर्पित संस्कृतभारती संस्था के द्वारा लोग घर बैठे वाट्सएप पर बढ़ी अभिरुचि के साथ गीत, एनिमेटेड कथा, वीडियो आदि के द्वारा संस्कृत सीख रहे हैं। इस कक्ष्या के संयोजक और संस्कृतभारती के प्रान्तीय संघटन मन्त्री प्रकाश झा ने बताया कि मुक्त संस्कृत कक्ष्या के नाम से संचालित इस कक्ष्या का आरम्भ 24 मार्च को कानपर से किया गया था। प्रारम्भ में प्रथम चरण में जहां 85 छात्र थे वहीं 2 अप्रैल से आरम्भ द्वितीय चरण में 17 राज्यों के 90 जिलों के 516 छात्रों ने सहभागिता की। जिसका समापन आज हो गया। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि मुक्तसंस्कृतकक्ष्या की बढ़ती लोकप्रियता तथा सुलभता को देखते हुये 10 नए केन्द्रों से इस कक्ष्या के संचालन का निर्णय लिया गया है। तृतीय चरण 11 अप्रैल से 09 अप्रैल 2020 के मध्य चलेगा जिसमें इच्छुक जन पूर्व की भांति वाट्सएप संख्या 7374812505 र मक्तसंस्कतकक्ष्या लिखकर इस कक्ष्या से जुड़ सकते हैं । अभी तक 100 से अधिक शिक्षार्थियों ने नए सत्र में जुड़ने की इच्छा व्यक्त की है। इस कक्ष्या में आयु, वर्ग का कोई बन्धन नहीं है इसलिए इसमें छोटे बड़े सभी उम्र के तथा विभिन्न प्रान्तों और जनपदों के भाषा भाषी जुड़े हैं। Wee